Harbhajan Singh ने धोनी को लेकर खोला राज, बताया किस तरह किया था पाकिस्तान को पस्त
Harbhajan Singh ने धोनी को लेकर खोला राज, बताया किस तरह किया था पाकिस्तान को पस्त
हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) हमेशा से अपने बयानों को लेकर चर्चा में छाए रहते हैं जहां इस बार उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए मैच को लेकर एक बहुत बड़ा खुलासा किया है और उन्होंने बताया है कि किस तरह उन्होंने और महेंद्र सिंह धोनी ने मिलकर सेमीफाइनल मुकाबले में पाकिस्तान की टीम को 2011 के वर्ल्ड कप में पस्त किया था. आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला हर मुकाबला हमेशा से दिलचस्प रहा है जिसे देखने के लिए लोग पूरी तरह से बेताब हो जाते हैं.
Harbhajan Singh ने खोला राज
टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने एक कार्यक्रम के दौरान बताया कि जब साल 2011 में भारत और पाकिस्तान के बीच सेमीफाइनल में भिड़ंत हुई थी तो उस वक्त पारी के 33वें ओवर में ड्रिंक ब्रेक के दौरान महेंद्र सिंह धोनी ने मुझे विकेट के आसपास गेंदबाजी करने की सलाह दी क्योंकि उस समय उमर अकमल बहुत ही शानदार बैटिंग कर रहे थे. भज्जी (Harbhajan Singh) ने कहा कि मैंने धोनी की सलाह मानकर कातिलाना गेंदबाजी की और उमर अकमल गेंद को समझ नहीं पाए और आउट हो गए और यही इस मैच का टर्निंग प्वाइंट रहा.
आखिरी गेंद में Harbhajan Singh ने बदल दिया मैच
साल 2011 के वर्ल्ड कप में भारत ने श्रीलंका को हराकर खिताब पर कब्जा किया था लेकिन इससे भी रोचक मुकाबला सेमीफाइनल का हुआ जब भारत ने एक खास रणनीति के साथ पाकिस्तान को हराया था. इस मैच में हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) एक बहुत बड़े टर्निंग प्वाइंट साबित हुए. पाकिस्तान के खिलाफ उन्हें पहले 5 ओवर में गेंदबाजी करने का मौका मिला जहां 43 रन देकर उन्होंने 2 विकेट हासिल किया. जब हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने शानदार गेंदबाजी करके उमर अकमल को आउट किया तो पूरा गेम बदल गया.
भारत ने रचा इतिहास
साल 2011 में भारत ने श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था जहां उस वक्त हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) और महेंद्र सिंह धोनी जैसे बड़े दिग्गज खिलाड़ी टीम इंडिया का हिस्सा हुआ करते थे. भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ जीत हासिल करके फाइनल में जगह बनाई जहां सचिन तेंदुलकर और फिर वीरेंद्र सहवाग ने इतिहास रच दिया. सबसे खास बात तो यह है कि भारत के सामने पाकिस्तान के खिलाड़ी टिक नहीं पाए जिस वजह से भारत के लिए फाइनल का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया और भारत ने फाइनल मुकाबले में श्रीलंका को हराकर इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कर दिया.
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