Ravi Shastri ने कहा- T20 सीरीज कम करना होगा वरना खिलाड़ियों का बढ़ेगा लोड
टीम इंडिया के खिलाड़ी को लेकर टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने एक बहुत बड़ी मांग उठा दी है जिनका कहना है कि टी-20 मैचों को फ्रेंचाइजी क्रिकेट तक ही सीमित रखा जाना चाहिए. दरअसल इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स के संन्यास के बाद क्रिकेट में एक अलग ही बहस शुरू हो चुकी है जहां ये कहा जा रहा है कि स्टोक्स ने मैचों के बढ़ते दबाव की वजह से वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया है. इसके बाद से ही लगातार टी-20 क्रिकेट के बढ़ते प्रभाव को लेकर चर्चा हो रही हैं.
आईसीसी के शेड्यूल में है सबसे ज्यादा T20 मैच
साल 2023 से 2027 के बीच आईसीसी द्वारा जो कैलेंडर जारी किए गए हैं उसमें सबसे ज्यादा टी20 मैचों को जगह दी गई है जहां पांच टी-20 मैचों की 15 सीरीज को जगह मिली है तो वहीं 9 टी-20 सीरीज में टीम इंडिया हिस्सा लेने वाली है. एक तरफ टी-20 सीरीज के माध्यम से आईसीसी का इरादा ज्यादा कमाई करने का है जहां रवि शास्त्री (Ravi Shastri) का कहना है कि दूसरी तरफ यह खिलाड़ियों पर ज्यादा दबाव बना रहा है.
Ravi Shastri ने उठाई मांग
खिलाड़ियों के ऊपर बढ़ते लोड को लेकर रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने कहा कि कैलेंडर ईयर में टी-20 सीरीज को इतनी जगह देते हुए सतर्क रहने की जरूरत है. मैं इतनी द्विपक्षीय टी-20 सीरीज रखने के पक्ष में नहीं हूं. फ्रेंचाइजी क्रिकेट को बढ़ावा मिल रहा है. इंडिया, वेस्टइंडीज, पाकिस्तान सब जगह यह हो रहा है. आप वर्ल्ड कप को जगह दे और फिर उस पर पूरा फोकस रखेंगे क्योंकि यह खिलाड़ी को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रभावित करता है.
बेन स्टोक्स के सन्यास ने शुरू कर दी नई बहस
रवि शास्त्री (Ravi Shastri) का यह बयान तब आया जब इंग्लैंड के बेन स्टोक्स के संन्यास लेने के बाद हर तरफ एक ही चर्चा हो रही है. इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने जैसे ही सन्यास लिया वैसे ही क्रिकेट जगत में एक अलग ही बहस छिड़ चुकी है. दरअसल उन्होंने साफ इस बात को जाहिर किया कि वर्क लोड की वजह से उनके लिए तीनों फॉर्मेट में खेलना काफी मुश्किल होता जा रहा है.
इस वजह से उन्होंने वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला लिया और अब वह अपना सारा ध्यान टी20 के साथ टेस्ट क्रिकेट पर रखेंगे जहां बेन स्टोक्स के फैसले के बाद वनडे क्रिकेट के भविष्य को लेकर भी चिंता जाहिर की जा रही है और कई दिग्गज खिलाड़ियों द्वारा यह कहा जा रहा है कि अगर खिलाड़ियों के वर्क लोड को कम किया जाए तो यह उनके लिए काफी सही साबित होगा.
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